Ganesh Chaturthi muhurat भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। इस दिन गणपति जी की स्थापना के दौरान उनको दुर्वा और मोदक तो अर्पित किए जाते हैं, लेकिन इन चीजों को भी अर्पित किया जाना चाहिए।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। अगर आप भी गणपति जी को घर में स्थापित कर रहे हैं, तो नीचे दिए गए अभिजीत मुहूर्त में स्थापित कर सकते हैं। इस बार गणेश चतुर्थी पर सर्वार्थसिद्धि योग और रवियोग रहेगा, जो इस पर्व के महत्व को और भी बढ़ा रहा है। इस दिन गणपति जी की स्थापना के दौरान उनको दुर्वा और मोदक तो अर्पित किए जाते हैं, लेकिन इन चीजों को भी अर्पित किया जाना चाहिए। इससे गणपति का आशीर्वाद मिलता है। आइए जानें गणपति स्थापना मुहूर्त और उन्हें क्या अर्पित करें
गणेश जी को हल्दी मिले चावल अर्पित करने चाहिए।250 ग्राम चालव में हल्दी मिलाकर गणेश जी को अर्पित करें, हल्दी बहुत शुभ मानी जाती है, इसका संबंध गुरु ग्रह से भी है. यह समृद्धि और गुरु ग्रह की कृपा दिलाने वाली कही जाती है। ऐसा कहा जाता है कि हल्दी मिले चावल अर्पिच करने से आपको काम फलता से पूरे होते हैं। नारियल श्रीफल अर्पित से कहा जाता है आप अपना ईगो, अपना गर्व, नेगेटिविटी और भगवान के आगे समर्पित कर रहे हैं। जिसके बदले आपको भगवान शुद्धता, हेल्थ और शांति देते हैं। गणेश स्थापना के समय गणपति को गन्ना भी अर्पित किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह मिठास, उत्पादकता, का प्रतीक है। इसे गणेश जी को र्पित करने से लाइफ में समृद्धि आती है, रिश्ते मजबूत होते हैं। इसका तना वृद्धि का प्रतीक है।